RBI MPC Meeting: CRR में 0.50% की कटौती, 4.50% से घटाकर 4% किया... जानिए ये आप पर कैसे असर डालेगा
RBI Policy Results: आरबीआई की मॉनेटरी पॉलिसी के नतीजे आ गए हैं. हालांकि इस बार भी रेपो रेट में बदलाव नहीं किया गया है. लेकिन CRR में 0.50% की कटौती की गई है. जानिए क्या होता है CRR और ये आप पर कैसे असर डालता है.
RBI Monetary Policy Meeting: FY24-25 की पांचवीं मॉनेटरी पॉलिसी के नतीजे आ गए हैं. आरबीआई ने इस बार भी रेपो रेट में किसी तरह का बदलाव नहीं किया है. आरबीआई गवर्नर शक्तिकान्त दास (RBI Governor Shaktikanta Das) के मुताबिक MPC के 6 में से 4 सदस्य ब्याज दरों में बदलाव के पक्ष में नहीं थे. हालांकि CRR में 0.50% की कटौती की गई है. CRR 4.50% से घटाकर 4% कर दिया गया है. सीआरआर में ये बदलाव मई 2022 के बाद अब किया गया है. बता दें कि Zee Business के पोल में भी रेपो रेट में कोई बदलाव न होने की बात कही गई थी. साथ ही करीब 60% लोगों का मानना था कि इस बार CRR में कटौती की जा सकती है. जानिए क्या होता है CRR और ये आप पर कैसे असर डालता है.
क्या होता है CRR ?
सीआरआर यानी कैश रिजर्व रेश्यो (Cash Reserve Ratio-CRR). सभी बैंकों को अपनी कुल जमा राशि का निश्चित हिस्सा रिजर्व बैंक के पास जमा रखना पड़ता है. इसे CRR कहते हैं. ये बाजार में नकदी के प्रवाह पर नियंत्रण रखने का एक टूल है और बैंक की स्थायित्व और जरूरतों को पूरा करने के लिए जरूरी है. आरबीआई के पास रखा गया नकद रिजर्व ये सुनिश्चित करता है कि बैंक अपने ग्राहकों की मांगों को पूरा करने के लिए नकदी की कमी से न जूझें.
CRR का आप पर क्या असर पड़ता है?
अगर सीआरआर बढ़ता है तो बैंकों को अपनी पूंजी का बड़ा हिस्सा भारतीय रिजर्व बैंक के पास रखना होता है. जब बैंक पूंजी का बड़ा हिस्सा आबीआई के पास रख देंगे तो बैंकों के पास ग्राहकों को कर्ज देने के लिए कम रकम रह जाएगी. अगर रिजर्व बैंक सीआरआर को घटाता है तो बाजार में नकदी का प्रवाह बढ़ जाता है. हालांकि रेपो रेट और रिवर्स रेपो रेट में बदलाव से बाजार में नकदी की लिक्विडिटी पर जल्दी असर पड़ता है, जबकि सीआरआर में किए गए बदलाव से नकदी की उपलब्धता पर काफी समय बाद असर पड़ता है. इसलिए आरबीआई सीआरआर में तभी बदलाव करता है, जब उसे नकदी की लिक्विडिटी पर तुरंत असर न डालना हो.
RBI CRR Trends
- मार्च 2020- सीआरआर दर 4% से घटाकर 3% की गई
- मई 2020 - कोई बदलाव नहीं
- अगस्त 2020- कोई बदलाव नहीं
- अक्टूबर 2020- कोई बदलाव नहीं
- दिसंबर 2020- कोई बदलाव नहीं
- फरवरी 2021- सीआरआर 3% से बढ़ाकर 3.5% किया गया
- जून 2021- सीआरआर 3.5% से बढ़ाकर 4% किया गया
- अगस्त 2021- कोई बदलाव नहीं
- अक्टूबर 2021- कोई बदलाव नहीं
- दिसंबर 2021- कोई बदलाव नहीं
- फरवरी 2022- कोई बदलाव नहीं
- अप्रैल 2022- कोई बदलाव नहीं
- मई 2022- सीआरआर 4% से बढ़ाकर 4.5% किया गया
11:09 AM IST